क्रांति करेगी पहली मैथिली वेब सीरीज ‘नून रोटी’ कहते हैं नवीन यादव
नवीन यादव बिहार के रहने वाले हैं। उसी बिहार के जहां से देश को सबसे ज्यादा आजकल सिविल सेवा में लोग देखने को मिलते हैं। लेकिन नवीन ने अभिनय की कला को और उसके क्षेत्र को चुना। बचपन से ही अभिनय करने और उसे सीखने का जज़्बा लिए नवीन ने फ़िल्में भी बनाई। अपनी छोटी-छोटी लेकिन कामयाब फ़िल्मों से उन्होंने कांस तक में प्रदर्शन पाया। ‘भारत विजय होगा’ जैसी शॉर्ट फ़िल्म ने कांस में जब प्रदर्शन पाया तो जनता ही नहीं अभिनय कला से जुड़े लोगों का भी नवीन ने ध्यान खींचा। अब यू ट्यूब पर ही 27 अक्टूबर से पहली मैथिली वेब सीरीज “नून रोटी” रिलीज हो रही है। जिसमें नवीन बतौर अभिनेता नजर आने वाले हैं। गंगानगर वाला से हुई नवीन यादव की अंतरंग बातचीत आज आपके लिए लेकर आए हैं।
नवीन यादव अपने बचपन को याद करते हुए कहते हैं कि उन्होंने बिहार के सहरसा से दसवीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद मधेपुरा से इंटरमीडिएट किया। वहीं से अभिनय का कीड़ा लगा उसके लिए फिल्में भी देखने लगे। फिल्में देखते हुए सपने सजाने लगे। जब भी कोई फिल्म में चाइल्ड एक्टर को देखते तो उससे प्रेरणा लेते और सोचते कि ये भी तो आखिर बच्चा ही है। ये कैसे यहां पहुंच गया? मैं क्यों नहीं पहुंच सकता? अंदर ही अंदर इन सबसे जूझते गए। मधेपुरा में ही जब थिएटर के बारे में पता चला तो वहां से जुड़े। अभिनय सीखते हुए नाटक में अभिनय भी किया जगह -जगह भाग लेना शुरू कर दिया। इसी दौरान साल 2019 में सेप्पी वर्ल्ड फिल्म्स प्रोडक्शन की नींव रखी और इसी के बैनर तले जब पहली ही शॉर्ट फिल्म में लेखन और निर्देशन कर कई फिल्म फेस्टिवल में सराहे गए तो अपने अंदर की ऊर्जा को सही दिशा देने लग गए।
थियेटर से अभिनय कला का आरंभ करने वाले नवीन बताते हैं कि थिएटर से मैंने अभिनय की हर चीज को बारीकी से सीखा और समझा। लिहाजा अब जब फिल्में बनाता हूं तो छोटी-छोटी बहुत सारी बातों पर काम करने में आसानी रहती है, टेक्निकल से लेकर अभिनय तक। लेकिन साथ ही वे कहते हैं कि जब अभिनय करना हो तो केवल अभिनय पर फोकस करना होता है। और इन दोनों को करते हुए वे थिएटर का बहुत बड़ा योगदान मानते है। वे कहते हैं मेरे अंदर जो कुछ भी बना है वह थिएटर की ही देन है।
अभिनय करते हुए थियेटर की बात पर वे कहते हैं कि – अभिनय को थिएटर से अलग नहीं कर सकते क्योंकि थिएटर में भी अभिनय ही होता है। बस उसका शैली परिवर्तन हो जाता है। थियेटर से अभिनय कला में सुधार की बात करते हुए नवीन यादव कहते हैं – अभिनय में सुधार के लिए सिनेमा में काम करके ही सिनेमा की अभिनय कला को सुधारा जा सकता है। थिएटर में किए जा रहे अभिनय से सिनेमा की अभिनय कला में सुधार ला पाना बहुत मुश्किल काम है।
मैथिली भाषा की पहली वेब सीरीज से जुड़ने को लेकर हुई बातचीत के जवाब में नवीन यादव कहते हैं कि – “नून रोटी” मैथिली भाषा की पहली वेब सीरीज है। इसलिए इस भाषा के लिए भी एक क्रांति होने वाली है। “नून रोटी” में उनको काम करने को मिलने के पीछे का वाकया भी जबरदस्त है। वे बताते हैं कि सीरीज की कास्टिंग पहले से ही हो चुकी थी। शूटिंग भी काफी हद तक की जा चुकी थी। शूटिंग के मध्य में जब उन्हें “नून रोटी” के ऑडिशन के बारे में पता चला तो अपना इंट्रो भेजा। इंट्रो के बाद प्रोफाइल मांगी गई। उसके बाद कास्टिंग टीम की तरफ से कुछ डायलॉग भेजे गए और उन्हें परफॉर्म करके भेजने कहा गया। इसके बाद दूसरा डायलॉग परफॉर्म करके भेजने के लिए कहा गया, उसे भी भेज दिया। उसके कुछ दिन बाद मुझे उन्हें फोन आया और शूट, लोकेशन इत्यादि तमाम बातें उन्हें बताई गई। शूटिंग एक्सपीरियंस भी अच्छा रहा। विकास झा इस सीरीज के राइटर और डायरेक्टर हैं, उनके साथ काम करते हुए मज़ा भी आया और काफी कुछ सीखने को भी मिला।
मैथिली भाषा की पहली सीरीज में अपनी भूमिका को लेकर हुई बातचीत में नवीन यादव कहते हैं कि – मेरी कास्टिंग सीरीज के लिए सबसे आखरी में हुई थी, पहले से सारी कास्टिंग हो चुकी थी। कारण की उन्हें कास्टिंग को लेकर देर से मालूम पड़ा लेकिन जिस समय उन्होंने ऑडिशन दिया उस समय प्रोडक्शन के पास जो कैरेक्टर बचा हुआ था। उसी में उन्हें कास्ट कर लिया गया। इस तरह दर्शक उन्हें “नून रोटी” वेब सीरीज में डिलीवर बॉय के किरदार में नजर आएंगे। जिसके सहारे सीरीज आगे बढ़ती हुई नजर आएगी। “नून रोटी” मैथिली भाषा की पहली वेब सीरीज है और नवीन के अभिनय जीवन की भी पहली वेब सीरीज है। जिसकी कहानी मिथिला दर्शन पर आधारित है। इसमें दर्शकों को बेरोजगारी, राजनीति, यूथ, स्टार्टअप, नौकरी जैसे तमाम मुद्दों को सम्मिलित किया गया है। “मधुर मैथिली” यू ट्यूब चैनल पर इसे 27 अक्टूबर से देखा जा सकेगा।
वेब सीरीज का ट्रेलर इस लिंक पर देखा जा सकता है।